किसी अभिक्रियक के लिए एक अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है। अभिक्रिया का वेग कैसे प्रभावित होगा; यदि अभिक्रियक की सांद्रता-
$(i)$ दुगुनी कर दी जाए $(ii)$ आधी कर दी जाए
Let the concentration of the reactant be $[ A ]=a$
Rate of reaction, $R=k[A]^{2}$
$=k a^{2}$
$(i)$ If the concentration of the reactant is doubled, i.e. $[ A ]=2 a$, then the rate of the reaction would be
$R ^{\prime}=k(2 a)^{2}$
$=4 ka ^{2}$
$=4 R$
Therefore, the rate of the reaction would increase by $4$ times.
$(ii)$ If the concentration of the reactant is reduced to half, i.e. $[ A ]=\frac{1}{2} a$
the reaction would be
$R ^{\prime \prime}=k\left(\frac{1}{2} a\right)^{2}$
$=\frac{1}{4} k a$
$=\frac{1}{4} R$
Therefore, the rate of the reaction would be reduced to ${\frac{1}{4}^{th}}$
सूची-$I$ में $X$ विघटन के वेग व्यंजकों को सूची-$II$ में दिये गये तत्समान प्रोफाईल से मिलायें। $X _{ s }$ और $k$ उचित मात्रक के साथ नियतांक है।
अभिक्रिया $2 N _{2} O _{5} \rightarrow 4 NO _{2}+ O _{2}$ की दर को तीन तरह से लिख सकते हैं।
$\frac{-d[N_2O_5 ]}{dt} = k[N_2O_5]$
$\frac{d[NO_2 ]}{dt} = k'[N_2O_5]\,;$
$\frac{d[O_2 ]}{dt} = k"[N_2O_5]$
$k$ तथा $k'$ एवं $k$ तथा $k ^{\prime \prime}$ के बीच सम्बंध हैं।
डाईमेथिल ईथर वेफ अपघटन से $CH _{4}, H _{2}$ तथा $CO$ बनते हैं। इस अभिक्रिया का वेग निम्न समीकरण द्वारा दिया जाता है-
वेग $=k\left[ CH _{3} OCH _{3}\right]^{3 / 2}$
अभिक्रिया के वेग का अनुगमन बंद पात्रा में बढ़ते दाब द्वारा किया जाता है, अतः वेग समीकरण को डाईमेथिल ईथर के आंशिक दाब के पद में भी दिया जा सकता है। अतः
वेग $=k\left(p_{ CH _{3} OCH _{3}}\right)^{3 / 2}$
अभिक्रिया $a$ $A \to x\;P$ के लिये जब $[A] = 2.2\;m\,M$ है तो दर $2.4\;m\,M\;{s^{ - 1}}$ पायी गई। $A$ की सान्द्रता आधी घटाने पर दर $0.6\;m\,M\;{s^{ - 1}}$ परिवर्तित हो जाती है। $A$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि है।
किसी अभिक्रिया के लिये निम्न भिन्नात्मक नहीं हो सकता